सुप्रिया श्रीनेत का दावा गलत, त्रिपुरा चुनाव में कांग्रेस ने 5 नहीं 3 सीट जीती हैं

 

पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। इस बीच कांग्रेस नेताओं द्वारा त्रिपुरा चुनाव में 5 सीट जीतने का दावा किया जा रहा है हालंकि पड़ताल में पता चलता है कि यह दावा गलत है।

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट कर लिखा की पुणे की कसबा पेठ सीट पर 33 साल भाजपा का क़ब्ज़ा था। उस गढ़ को ध्वस्त कर कांग्रेस की ऐतिहासिक जीत हुई है। प. बंगाल के सागरदिघी में 51 साल बाद कांग्रेस जीती। त्रिपुरा में 0 से बढ़कर 5 सीट जीतीं। मेघालय में विधायकों के हाईजैक के बावजूद 5 सीट जीतीं। अब और शिद्दत से लड़ेंगे।

त्रिपुरा चुनाव में 5 सीट जीतने का दावा कांग्रेस नेता संदीप सिंह, प्रदीप नारवाल, हुसैन सुल्तानिया ने भी किया है।  

क्या है हकीकत?: पड़ताल में हमने सबसे पहले चुनाव आयोग की बेबसाईट त्रिपुरा चुनाव का नतीजा देखा। यहाँ बताया गया है कि कांग्रेस पार्टी ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की है।

त्रिपुरा चुनाव परिणाम
 

इसके बाद हमे समाचार बेबसाईट हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट मिली। जिसके मुताबिक कांग्रेस ने त्रिपुरा में तीन सीटों पर दर्ज की है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि साल 2018 में कांग्रेस ने मेघालय में 21 सीट जीती थीं जबकि इस चुनाव में 5 सीटों पर ही जीत हासिल की है।

रिपोर्ट के मुताबिक तीनों राज्यों को मिलाकर कांग्रेस की 2018 में 21 सीटें थीं। वहीं 10 साल पहले यानी 2013 की बात करें तो कांग्रेस की इन तीनों राज्यों में 47 सीटें थीं। इनमें भी सबसे ज्यादा सीटें उसके पास मेघालय में थीं और 29 सीटों के साथ वह सत्ता में थी। हालांकि 2013 में उसके पास 8 सीटें थीं।

निष्कर्ष: त्रिपुरा चुनाव में कांग्रेस ने 5 नहीं 3 सीट जीती हैं।